Saturday 18 April 2020

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क्या है तबलीगी जमात? क़ौण होते हैं यह लोग

दोस्तों कल से जब आपने तबलीगी जमात से जुडी न्यूज़ देखी होगी, तो आपके मन में भी कई सवाल आते होंगे की यह मुसलमानों का ऐसा कैसा संगठन है, और तबलीगी जमात क्या होती है. इसमें हजारों मुसलमानों को क्यों इकट्ठा किया जाता है वगैरा-वगैरा. इसके साथ ही एक बात और कि मरकज़ क्या होता है? यह मरकज नाम की चीज आखिर है क्या?. दोस्तों, तबलीगी जमात की स्थापना सबसे पहले 1926-27 में हुयी थी. इस तबलीगी जमात की स्थापना मौलाना इलियास ने की थी. तबलीगी जमात की स्थापना का उद्देश्य था, तबलीगी जमात संगठन के ज़रिये मुस्लिम धर्म के लोगों के बीच अल्लाह और उनके रसूल की बातों को पहुँचाना.

तबलीगी जमात मुस्लि’म समुदाय को सामाजिक बुराइयों से दूर करके उन्हें, इस्लाम धर्म की सही शिक्षा देने का काम करती है. जमात लोगों के बीच जाकर उन्हें इस्लाम का प्रचार-प्रसार करना और नेक कामों पर अमल करने के लिए समझाइश देने का काम करती है. ये तबलीग जमात मुस्लि’म समुदाय, खासकर युवाओं को सामाजिक बुराइयों से बचाने तथा उनको इस्लामिक अध्यात्म की तरफ लाने का काम करती है. जिससे उनका और उनके परिवार का बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके. लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया और लोगों को इसकी अच्छाई के बारे में पता चलता गया तब जाकर लोगों में जागरूकता फ़ैली और लोग इससे जुड़ते चले गए. आज तबलीग जमात दुनिया की सबसे बड़ी तंजीम (संगठन) है.

इस तबलीगी जमात के संगठन ने मुस्लि’म धर्म के लोगों तक अल्लाह के रसूल और दीन की बातों को देशभर समेत, दुनिया के दूसरे हिस्सों में पहुँचाने का मन बनाया. और फिर 1940 में सबसे पहली बार ‘तबलीगी जमात’ को दिल्ली के पास से लगे हुए मेवात के इलाके में इस्लाम और अल्लाह के रसूल की बातों का प्रचार-प्रसार करने के लिए बाहर निकाला गया. सबसे पहले आपको बता दें कि तबलीगी जमात का मतलब क्या होता है. दोस्तों ‘तबलीगी’ शब्द का मतलब होता है अल्लाह की कही हुई बातें, और ‘जमात’ का मतलब होता है एक ग्रुप (समूह). तो इस तरह से तबलीगी जमात शब्द बनता है. अब आप लोगों को अच्छी तरह से समझ आ गया होगा की तबलीगी जमात का मतलब क्या होता है.

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